KVK Home Scientist Dr. Mithilesh Verma give training programme on importance of Bel juice for our health in summer season. she says that Bel Juice has calcium, phosphorus, iron, fiber. it make cool our stomach.
organized field on Moong at village Fanda
distribution of maize seed between farmers under SCSP
https://www.saharanewstoday.com/archives/1646
कृषि विज्ञान केंद्र कानपुर देहात के सभागर में भारत रत्न डॉ. बी.आर. अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर केंद्र के समस्त स्टाफ ने डॉ. साहब के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किये। चन्द्र शेखर आज़ाद कृषि विश्व विद्यालय, कानपुर के रावे के छात्रों ने डॉ. अम्बेडकर जीवन पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया, सभी छात्रों ने डॉ. अम्बेडकर के नैतिक मूल्यों के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किये।
https://bindasbol98.blogspot.com/2023/12/blog-post_50.html
under SCSP programme Grow bag kit were distributed to 15 farmers of Village-Aurangabad. KVK Incharge DR. Ajay Kumar Singh says that the farmers can develop nutrition garden, kitchen garden, terrace garden to fulfill their nutritional requirement. Home Scientist Dr. Nimisha Awasthi says, according to ICAR, New Delhi 300 g vegetables daily requirement of every man/women, in which 125 g green leafy vegetables, 100 g bulb/tuber vegetables and 75 g other vegetables.
Home Scientist of the KVK Dr. Nimisha Awasthi said that under SCSP programme 200 kitchen garden seed kit should be distributed to farm women of different village for their family fulfill the nutrition requirement. on the starting day 50 kitchen garden kit were distributed to women of village Sahtawan Purva.
different varieties like K-1006, K-1317, K-607, K-1616, PBW-607 of Wheat seed to 100 farmers (SC) of different village like Sahtawanpurva, Biharipurva, Ganeshpur, Padney Nivada, Arsadpur, JUgrajpur Bithoor
Live show of 15th Installment of Prime Minister Samman Nishi distribution programme at KVK.
Rural Agriculture Work Experience of B.Sc. Ag (Hon's) seventh semester students starts ta KVK-Kanpur Dehat. KVK Incharge Dr. Ajay Kumar Singh says that Indian agriculture gives 70 employment. Giving village behavior experience students prepare them selves in Agriculture work Through REDY programme comes under RAWE in which KVK training, NGO training and village stay modules design.
Organized Field Day on Paddy CSR-46 under NICRA project at Village Aurangabad. PI Dr. Arun Kumar Singh Said that four module of the NICRA project i.e, management of natural recourses, improve soil condition, crop production and animal recourses which makes farmers self dependent. about 50 farmers participate.
Seed distribution of different vegetables among the 30 Farm women in village Sahatawanpurwa, Block-Maitha of district Kanpur Dehat
कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा श्रीअन्न (मोटे अनाज) आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ अयोजन* कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने बताया कि घर हो या बाहर हमारे पास भोजन तो उपलब्ध है, लेकिन उसमें जरूरत के हिसाब से पोषक तत्वों की कमी है। पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा भोजन में रहे, इसके लिए थाली में श्री अन्न होना जरूरी है। भारत की अगुवाई में वर्ष 2023 को पूरी दुनिया मिलेट ईयर के रूप में मना रही है। समय के साथ मिलेट का भोजन की थाली में स्थान कम होता गया इस वर्ष देशभर के लगभग 50 शहरों में जी-20 की बैठकें आयोजित होना हैं, जिनमें विदेशों के लगभग दो लाख लोग भारत आएंगे। प्रधानमंत्री के निर्देशन में जी-20 की बैठकों के माध्यम से भी मिलेट के प्रचार- प्रसार की योजना तैयार की गई है। जी- 20 के सभी कार्यक्रमों में, भोजन में मिलेट को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि जब ये लोग अपने देश लौटे तो यहां से भोजन का अच्छा स्वाद लेकर जाएं और दुनिया भर में भारतीय श्री अन्न को नई पहचान मिलें। इसका लाभ हमारे किसानों व देश को मिलेगा। इसी संबंध में मिलेट को बढ़ावा देने व पोषण से परिपूर्ण परंपरागत व्यंजनों को दोबारा थाली में जगह देने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, दलीप नगर ने ग्राम जुगराजपुर शिवली, विकासखंड मैथा में श्री अन्न आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया । प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए बाजरा व मक्का के परंपरागत व्यंजन महेरी, चौसेला, थालीपीठ, पुआ के साथ नावोन्मेश् करते हुए बाजरा पैन केक, मीठी टिक्की, उत्तपम इत्यादि व्यंजन बना कर प्रदर्शित किये। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रीमती शकुंतला देवी, द्वितीय स्थान मुन्नीदेवी और तृतीय स्थान कुमारी आकांक्षा ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में टॉप आठ प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की आयोजक केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉ निमिषा अवस्थी ने कहा मिलेट फसल वर्षा आधारित होती है, जिसे कम खर्च व कम पानी में उगा सकते है। गरीब किसान बंजर धरती में इसका उत्पादन कर सकते है। मिलेट का उपयोग जितना बढ़ेगा, भोजन में उतने पोषक तत्व मिलेंगे, जिसका फायदा लोगों को होगा। मिलेट का उपयोग दुनिया में बढ़ेगा तो प्रोसेसिंग बढ़ेगी, निर्यात बढ़ेगा, जिसका लाभ छोटे किसानों व महिलाओं को होगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में सफलता मिलेगी। कार्यक्रम में गांव के प्रधान श्री राम बालक, सेवानिवृत शिक्षक श्री राम बाबू पाल, प्रोग्रेसिव किसान श्री रवि के साथ केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान, डॉ अरुण कुमार सिंह इत्यादि मौजूद रहे । कार्यक्रम में कुल 20 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया।
किसान पाठशाला में सहभागिता ग्राम करसा विकासखंड सरवन खेड़ा जनपद कानपुर देहात
http://www.jnewsindia.com/archives/5539
Vaccination programme at village Aurangabad block Maitha
Our 77th Independence day celebrated allover INDIA
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने बताया कि घर हो या बाहर हमारे पास भोजन तो उपलब्ध है, लेकिन उसमें जरूरत के हिसाब से पोषक तत्वों की कमी है। पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा भोजन में रहे, इसके लिए थाली में श्री अन्न होना जरूरी है। प्रधानमंत्री के निर्देशन में जी-20 की बैठकों के माध्यम से भी मिलेट के प्रचार-प्रसार की योजना तैयार की गई है। जी-20 के सभी कार्यक्रमों में, भोजन में मिलेट को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि जब ये लोग अपने देश लौटे तो यहां से भोजन का अच्छा स्वाद लेकर जाएं और दुनियाभर में भारतीय श्री अन्न को नई पहचान मिलें। इसका लाभ हमारे किसानों व देश को मिलेगा । इसी संबंध में मिलेट को बढ़ावा देने व पोषण से परिपूर्ण परंपरागत व्यंजनों को दोबारा थाली में जगह देने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, दलीप नगर ने ग्राम जुगराजपुर शिवली, विकासखंड मैथा में श्री अन्न आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया । प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए बाजरा व मक्का के परंपरागत व्यंजन महेरी, चौसेला, थालीपीठ, पुआ के साथ नावोन्मेश् करते हुए बाजरा पैन केक, मीठी टिक्की, उत्तपम इत्यादि व्यंजन बना कर प्रदर्शित किये। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रीमती शकुंतला देवी, द्वितीय स्थान मुन्नीदेवी और तृतीय स्थान कुमारी आकांक्षा ने प्राप्त किया । प्रतियोगिता में टॉप आठ प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया । कार्यक्रम की आयोजक केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉ निमिषा अवस्थी ने कहा मिलेट फसल वर्षा आधारित होती है, जिसे कम खर्च व कम पानी में उगा सकते है। गरीब किसान बंजर धरती में इसका उत्पादन कर सकते है। मिलेट का उपयोग जितना बढ़ेगा, भोजन में उतने पोषक तत्व मिलेंगे, जिसका फायदा लोगों को होगा। मिलेट का उपयोग दुनिया में बढ़ेगा तो प्रोसेसिंग बढ़ेगी, निर्यात बढ़ेगा, जिसका लाभ छोटे किसानों व महिलाओं को होगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में सफलता मिलेगी। कार्यक्रम में गांव के प्रधान श्री राम बालक, सेवानिवृत शिक्षक श्री राम बाबू पाल, प्रोग्रेसिव किसान श्री रवि के साथ केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान, डॉ अरुण कुमार सिंह इत्यादि मौजूद रहे । कार्यक्रम में कुल 20 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया।
Japan collaborate with CSAUA&T, Kanpur in research work
Organized Yoga programme at different village to aware about health
plant distribution Programme to farmers and plantation programme held at KVK Campus
30 अप्रैल 2023 को 100 से अधिक किसानों की उपस्थिति में कृषि विज्ञान केंद्र ने माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100 एपिसोड के लाइव प्रसारण का कार्यक्रम आयोजित किया।
Fallow In-situ crop residue management to in increase soil health with organic matter